अंग्रेजो के भारत मे आने के पश्चात उनके साम्राज्य-विस्तार मे आदिवासियों को भी शोषण के दौर से गुजरना पड़ा | 1764 मे इलाहाबाद की संधि के बाद जब कंपनी को बंगाल, बिहार और ओड़ीशा की दीवानी का अधिकार मिला तो शोषण को वीभत्स्य रूप सामने आने लगा | 1766 मे मेदिनीपुर मे आदिवासियों ने पहली बार अंग्रेजी सत्ता के विरुद्ध जोरदार आवाज उठाई | प्रस्तुत पुस्तक मे लेखक ने प्रथम आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम से देश की आजादी तक मध्य भारत के आदिवासियों के संघर्ष के संघर्ष की गाथा को समेटा है|
अंग्रेजो के भारत मे आने के पश्चात उनके साम्राज्य-विस्तार मे आदिवासियों को भी शोषण के दौर से गुजरना पड़ा | 1764 मे इलाहाबाद की संधि के बाद जब कंपनी को बंगाल, बिहार और ओड़ीशा की दीवानी का अधिकार मिला तो शोषण को वीभत्स्य रूप सामने आने लगा | 1766 मे मेदिनीपुर मे आदिवासियों ने पहली बार अंग्रेजी सत्ता के विरुद्ध जोरदार आवाज उठाई | प्रस्तुत पुस्तक मे लेखक ने प्रथम आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम से देश की आजादी तक मध्य भारत के आदिवासियों के संघर्ष के संघर्ष की गाथा को समेटा है|