1 | प्रस्तावना | 3 |
2 | मंगल-प्राथना | 7 |
3 | मन्त्र-एक परिचय | 8 |
4 | विचार और शब्द में सम्बन्ध | 15 |
5 | कुछ महत्वपूर्ण मन्त्र | 17 |
6 | प्रमुख स्तुतियाँ | 25 |
सरस्वती स्तुति | 25 | |
गुरु स्तोत्रम | 26 | |
देवी स्तुति | 27 | |
श्री कृष्ण स्तुति | 28 | |
शिव स्तुति | 29 | |
हनुमान स्तुति | 30 | |
7 | जपयोग | 31 |
8 | माला में एक सौ आठ मनकों का महत्व | 36 |
9 | कीर्तन | 39 |
10 | कीर्तन ध्वनियां | 40 |
11 | यंत्र और तंत्र | 52 |
13 | लोक प्रिया भजन | 65 |
14 | उपनिषदों के शांति पाठ | 76 |
15 | स्वामी ज्योतिर्मयानन्द आश्रम में प्रात: कालीन पूजा-प्राथना क्रम | 80 |
16 | आरती | 95 |
17 | आश्रम परिचय | 97 |
1 | प्रस्तावना | 3 |
2 | मंगल-प्राथना | 7 |
3 | मन्त्र-एक परिचय | 8 |
4 | विचार और शब्द में सम्बन्ध | 15 |
5 | कुछ महत्वपूर्ण मन्त्र | 17 |
6 | प्रमुख स्तुतियाँ | 25 |
सरस्वती स्तुति | 25 | |
गुरु स्तोत्रम | 26 | |
देवी स्तुति | 27 | |
श्री कृष्ण स्तुति | 28 | |
शिव स्तुति | 29 | |
हनुमान स्तुति | 30 | |
7 | जपयोग | 31 |
8 | माला में एक सौ आठ मनकों का महत्व | 36 |
9 | कीर्तन | 39 |
10 | कीर्तन ध्वनियां | 40 |
11 | यंत्र और तंत्र | 52 |
13 | लोक प्रिया भजन | 65 |
14 | उपनिषदों के शांति पाठ | 76 |
15 | स्वामी ज्योतिर्मयानन्द आश्रम में प्रात: कालीन पूजा-प्राथना क्रम | 80 |
16 | आरती | 95 |
17 | आश्रम परिचय | 97 |